चित्रकूट-रिट याचिका “इन री इनह्यूमन कंडीशंस 1382 प्रिजंस” में माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के अनुपालन में जिला कारगार चित्रकूट में जनपद न्यायाधीश विकाश कुमार प्रथम की अध्यक्षता में सदस्य जिलाधिकारी शिव शरणप्पा जी एन पुलिस अधीक्षक अरूण कुमार सिंह,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश(पाक्सो ) रेनू मिश्रा ,सदस्य सचिव अपर जिला जज एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नीलू मेनवाल, सदस्य जेल अधीक्षक शशांक पांडेय द्वारा बैठक में प्रतिभाग किया गया।
सर्वप्रथम जनपद न्यायाधीश ने जिला कारगार के आधार भूत संरचना , ओवर क्राउडिंग की स्थिति और महिलाओं और बच्चों को प्रदत्त सुविधाओं का भौतिक निरीक्षण किया।
जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया की कारागार में वर्तमान में ओवर क्राउडिंग की स्थिति नहीं है।एवं जिला कारगार नव निर्मित कारागार है जिसमे बंदियों के मानवाधिकारों की सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं
इसके अतिरिक्त महिलाओं और बच्चों के खान पान स्वास्थ्य शिक्षा और कौशल विकास की समुचित व्यवस्था की गई है,जिला कारागार पर कई बंदियों की कौशल प्रशिक्षण भी दिया गया ताकि वे भविष्य में जेल से छूटने के बाद समाज की मुख्य धारा में शामिल हो कर अपराध से दूर हो सके।
जनपद न्यायाधीश ने कारगार का निरीक्षण किया और कारागार में कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देने और वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करने और बंदियों को इस हेतु जागरूक करने संबंधी निर्देश भी जिला जज द्वारा जेल अधीक्षक को दिए गए।