चित्रकूट-बीते 19 जुलाई को अतर्रा थाना को चित्रकूट मुख्य मार्ग में एक व्यक्ति के घायल होने की सूचना प्राप्त हुई जिसे सीएचसी अतर्रा ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया, जिसकी पहचान रौली निवासी चुन्नू तिवारी पुत्र शिवमोहन तिवारी के रूप हुई,म्रतक अविवाहित था।
परिजनों को घटना की जानकारी होते ही घर मे कोहराम मच गया पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर 20 जुलाई को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया था।
परिजनों के मुताबिक म्रतक चुन्नू को गांव का ही बउरा करवरिया उम्र लगभग(45 वर्ष) शाम करीब 5 बजे अपने साथ मोटरसाइकिल में कही ले गया देर रात तक जब म्रतक घर नही आया तो फोन किया गया रात करीब 11 बजे पुलिस द्वारा मवेशियों से टकराकर दुर्घटना होने की जानकारी दी गयी।लेकिन अपने साथ ले जाने वाले व्यक्ति ने घटना की जानकारी छुपाई।
अब सवाल यह है कि न तो मोटरसाइकिल में कोई खरोच है न ही उसे चलाने वाले को कोई चोटे आयीं जबकि पीछे बैठे चुन्नू की मौत हो गयी ऐसे में यह शंका होती हैं कि यह हत्या है या हादसा।
परिजनों के मुताबिक उन्होंने करीब 10 बजे घर बुलाने के लिए चुन्नू को फोन लगाया था जिसमे म्रतक द्वारा चिल्लाकर यह कहा जा रहा था कि “मुझे कहा ले जा रहे हो घर क्यो नही जा रहे हो” गाड़ी तेज़ रफ़्तार में थी इसलिए म्रतक कुछ बता नही सका परिजनों के मुताबिक म्रतक अल्का ट्रैवेल्स की बस में परिचालक था जिसके पास लगभग 20 हजार रुपये थे
वही गाँव में दबी जुबान से चर्चा है कि रुपये की लालच में हत्या की गयी है और दुर्घटना बतायी जा रही।
घटना से परिजन डरे सहमे है क्योंकि बउरा का परिवार दबंग किस्म का है इसलिए परिजन उसके विरुद्ध कुछ बोलने को तैयार नही हो रहे
11 बजे रात तक बउरा करवरिया म्रतक चुन्नू को लेकर कहाँ था?
जब दुर्घटना हुई तब वह साथ था उसने म्रतक के घर मे घटना की जानकारी क्यो नही दी?
इन सवालों के जवाब नही मिलने तक यह घटना संदिग्ध नजर आ रही है। यदि पुलिस इस घटना में म्रतक चुन्नू तथा साथ ले जाने वाले शख्स बउरा के मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल की निष्पक्ष जांच करती है तो मामले का पर्दाफाश हो सकता है।