
मार्च 2024 में खत्म हुए वित्त वर्ष में लोगों ने साइबर फ्रॉड में 177 करोड़ रुपये खोये हैं. भारत के वित्त मंत्रालय ने संसद को जानकारी दी है कि 2024 में ऐसे 29 हजार मामले सामने आए, जिनमें लोगों को 1 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ. 2023 में ऐसे लगभग सात हजार मामले ही थे, यानी ऐसे मामले एक साल में ही चौगुने बढ़े हैं. सदन में पूछे गए सवाल पर मंत्रालय ने माना है कि “बीते कुछ वर्षों में, देश में डिजिटल पेमेंट बढ़ने के साथ ही इससे जुड़े ठगी के मामले भी बढ़े हैं.”
ऐसे बढ़ते धोखाधड़ी के मामलों के कारण टेलिकॉम ऑपरेटरों पर भी ठगी में इस्तेमाल फोन नंबरों को ब्लैकलिस्ट करने का दबाव बढ़ा है. बैंकों पर भी जरूरी और सख्त कदम ना उठाने का आरोप लगता है. ऐसे में वे भी बॉलीवुड सितारों, चोटी के खिलाड़ियों और सेलेब्रिटियों को साथ जोड़कर जागरूकता अभियान चला रहे हैं. साइबर ठगी का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कर चुके हैं।