
जाँच के निर्देश जारी होते ही गायब हुआ टैंकर
चित्रकूट- जनपद को भले ही धर्म नगरी या राम की तपोभूमि की उपमा देकर आधुनिक रामराज्य की अनुभूति की जा रही हो लेकिन भ्रष्टाचार के तरीके अमेरिकी हाइपर सुपरसोनिक मिसाइल की तरह है जिनकी लक्ष्य भेदने के पहले तक भनक नही लगती और इनको रोकने के लिए बने भ्रष्टाचार निरोधक सिस्टम मिग-21 की तरह क्रैश हो रहे है।
ताज़ा मामला चर्चित ब्लाक रामनगर की ग्राम पंचायत पियारियामाफी का है जहाँ टैंकर का घोटाला सामने आया है।

पत्रकार हरिनारायण पाण्डेय पुत्र अमृतलाल ने इस बारे में 6 फरवरी 2025 को जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र दिए जिसमे उन्होंने लिखा कि पूर्व प्रधान प्रीतम मिश्रा के कार्यकाल(2015-20) में पेयजल आपूर्ति के लिए 67 हजार रुपए की लागत से टैंकर खरीदा गया था उसके बाद हुए पंचायत चुनाव(2021) में योगेंद्र शुक्ला ग्राम प्रधान निर्वाचित हुए और 7 दिसम्बर 2022 को उसकी मरम्मत के नाम पर 99 हजार रुपए बाला जी नामक फर्म में आहरित किये गए जबकि आज तक टैंकर में पूर्व प्रधान प्रीतम मिश्रा का नाम लिखा है।
शिकायतकर्ता का दावा है कि ग्रामसभा के टैंकर की मरम्मत नही हुई जबकि मरम्मत के नाम पर ग्राम प्रधान द्वारा एक निजी टैंकर (जिसपर अभिनव कंस्ट्रक्शन लिखा है) खरीदा गया

इस मामले में जिलाधिकारी ने 6 मार्च 2025 को जांच के लिए पंचायती राज अधिकारी को निर्देशित किया तथा पंचायती राज अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम प्रधान को नोटिस जारी कर 7 मार्च तक जवाब देने के लिए निर्देशित किया है।

ग्रामीणों ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि बीती रात से टैंकर गायब है आशंका है कि जांच होने के कारण उसपर पेंट करके नया बनाने की कोशिश की जा रही हैं।
आपको बता दे जिस फर्म के नाम टैंकर की मरम्मत के नाम पर पैसे भेजे गए थे उस फर्म पर पहले से भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे हैं।
