प्रकाश ओझा
1998 बैच के आईपीएस एस देवदत्त ने उड़ीसा से दिल्ली तक लहराया बाँदा का परचम
बाँदा-बुन्देलखण्ड का नाम सुनते ही दिलो दिमाग मे सूखे पहाड़,बंजर जमीन और चम्बल का दृश्य सामने आ जाता है।लेकिन शौर्य,पराक्रम और निडरता से भरी यहाँ की मिट्टी में उपजे अनाज में वो ताकत है जिसका लोहा अच्छे-अच्छे लोगो ने माना ऐसी ही एक कहानी है बामदेव की धरती बाँदा की जिसमे केदारनाथ अग्रवाल जैसे कई धुरंधरों ने जन्म लिया।
बीते 15 अगस्त को बाँदा निवासी आईपीएस एस देवदत्त (एडीजी ऑपरेशन उड़ीसा) को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से पुरस्कृत किया गया
इस वर्ष उड़ीसा के 15 पुलिस अधिकारियों को यह पुरस्कार दिया गया
आपको बता दे कि एस देवदत्त सिंह 1987 में जीआईसी बांदा से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की तथा इलाहाबाद विश्विद्यालय से स्नातक किया
इनके छोटे भाई केडी सिंह उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन विभाग संभागीय परिवहन अधिकारी है जो निर्विवाद सेवा व आर्कषक साहित्य,गजल,कविताओं की रचना के कारण प्रसिद्ध है।
एस देवदत्त सिंह का सबसे पहले 1994 में भारतीय रक्षा लेखा सेवा में चयन हुआ था जिसके बाद साल 1998 में आईपीएस में चयन हुआ जिन्हें उडीसा कैडर मिला।