
किसी देश के विकास का स्तंभ उस देश का युवा होता है।
उत्तराखंड-United Nations की रिपोर्ट के अनुसार भारत में युवाओं की संख्या पूरी दुनिया की तुलना में सबसे ज़्यादा है। लेकिन आज के दौर में युवाओं में नशा ग्रसित होने के बढ़ते क्रम को देख कर लगता है कि भारत देश का यह वरदान श्राप न बन बैठे।
नशे के उपयोग से एक व्यक्ति का जीवन, उसके परिवार का जीवन और एक पूरा देश, सब कुछ बहुत बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है। खुद का स्वास्थ्य खराब होता है, घर वालों पर मानसिक और आर्थिक दबाव आता है और समाज में अनेक प्रकार का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
युवाओं में इसके बढ़ते उपयोग का मुख्य कारण है इसकी उपलब्धी। भारत में ड्रग्स की तस्करी मुख्यतः म्यांमार, वियतनाम, लाओस, थाईलैंड ( Golden triangle के नाम से जाना जाता है) और पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान( golden Cresent) इन देशों से होती है।
इसको रोकने के लिए सरकार की तरफ से अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। इसी प्रयासों में उत्तराखंड सरकार ने भी 2025 में उत्तराखंड को drug free banane ka लक्ष्य रखा है।
इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए उत्तराखंड पुलिस नशा तस्करों पर कार्यवाही कर रही है। इसमें उद्यम सिंह नगर के SSP मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में कड़ी कार्यवाही चल रही है। इनके नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने बाराती बनकर आधी रात को ऑपरेशन चलाया और 25 संदिग्ध सप्लायर और तस्करों को हिरासत में लिया।