
मटर के आटे को बेसन के साथ मिलाकर बेचा जा रहा था
चित्रकूट-जिले में बगैर खाद्य विभाग के लाइसेंस के चल रही एक फैक्ट्री में छापा पड़ने से जिले में हड़कम्प मच गया
सहायक आयुक्त खाद्य की अगुवाई में जनपद के कालूपुर क्षेत्र में स्थिति एक तेल,आटा व बेसन फैक्ट्री में छापा मार कर बड़ी करवाई की गयी
सहायक आयुक्त प्रियंका ने बताया कि उन्हें इस फैक्ट्री की शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमे खाद्य सुरक्षा मानकों के विपरीत खाद्य सामग्री तैयार की जा रही थी जिससे जनमानस के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था उन्होंने बताया कि इस फैक्ट्री के पास विभाग का लाइसेंस नही था।
प्रशासन के नाक के नीचे कैसे चल रहा जानलेवा खेल
मिली जानकारी के मुताबिक यह फैक्ट्री करीब 10 वर्षो से भी पुरानी है तथा जो ईटा मंडी के पास चल रही थी कालूपुर में इसी व्यक्ति द्वारा में अन्नपूर्णा ग्रह उद्योग नाम से एक नई इकाई संचालित थी।
कई घंटे चली जांच मिली बड़ी खामियां
सहायक खाद आयुक्त प्रियंका सिंह ने बताया कि दिनांक 04.04.2025 की अभिसूचना आधार पर प्रवर्तन टीम द्वारा कालूपुर पाही कर्वी स्थित परिसर, जो कि मे0 अन्नपूर्णा गृह उद्योग के नाम से संचालित था, में नियमानुसार कार्यवाही की। उक्त निर्माण इकाई बिना पंजीकरण/लाइसेंस के संचालित थी, को तत्काल बंद कराते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा 04 नमूना खाद्य पदार्थ बेसन 02, मटर का बेसन व आटे का नमूना संग्रहित कर प्रयोगशाला जांच हेतु प्रषित किये व मौके पर संदिग्ध खाद्य पदार्थ अनुमान आधार पर बोरियों में पैक किये गये जिसमे खाद्य पदार्थो 1091 किग्रा0 बेसन अनुमानित मूल्य रू0 68640/-, 1248 किग्रा0 मटर का बेसन अनुमानित मूल्य रू0 49920/- व 3264 किग्रा0 आटा अनुमानित मूल्य रू0 84864/- मौके पर ही सीज कर दिया गया है। जिस पर अग्रिम आवश्यक कार्यवाही लैब रिपोर्ट प्राप्त होने पर की जायेगी।
उक्त संग्रहित किये गये सभी नमूनों को जाँच हेतु खाद्य विश्लेषक प्रयोगशाला भेजा गया, जाँच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अन्तर्गत अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।
टीम में सहायक आयुक्त (खाद्य) प्रियंका सिंह, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी, पंकज कुमार व खाद्य सुरक्षा अधिकारीगण प्रदीप कुमार, विनय कुमार, प्रमोद कुमार सोनकर उपस्थित रहें।
जिले में और भी संचालित हो सकती है अवैध फैक्ट्रियां
बड़ी बात यह है कि करीब 1 दशक से चल रही इस अवैध फैक्ट्री पर प्रशासन की नजर क्यो नही गयी ऐसे में तो जनपद में कई ऐसी फैक्ट्रियां हो सकती है जो इसी तरह वगैर लाइसेंस और खाद सुरक्षा मानकों को ताक में रखकर लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा।